"कोई मिलता ही नही हमसे हमारा बनकर"~ "वो मिले भी तो एक किनारा बनकर Admin प्रेम << बिछड़ के तुझ से किसी दूसर... पाना है जो मुकाम >> "कोई मिलता ही नही हमसे हमारा बनकर"~"वो मिले भी तो एक किनारा बनकर......""हर ख्वाब टूट के बिखरा कांच की तरह..""बस एक इंतज़ार हैं साथ,सहारा बनकर." Share on: