जब टूटने लगे हौंसले तो बस यही याद रखना Admin मंज़िल शायरी, प्रेरणादायक << सन्तुलित दिमाग जैसा कोई न... नदी में गिरने से किसी की ... >> जब टूटने लगे हौंसले तो बस यही याद रखना,बिना मेहनत के कोई तख्तो-ताज हासिल नहीं होते,ढूंढ लेना अंधेरों में मंज़िल अपनी,क्योंकि जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते. Share on: