काला न कहो मेरे महबूब को हास्य << गिले शिकवे दिल से न लगा ल... वाह गालिब तूने क्या शेर म... >> काला न कहो मेरे महबूब कोकाला न कहो मेरे महबूब कोखुदा तो तिल ही बना रहा थापर प्याला ही लुढ़क गया। Share on: