आज रात जी भर के रो लूँ Admin नीलाम शायरी, Dard << वो जिन्हे हमने सौंपी हैं ... किसी को क्या बताये की कित... >> आज रात जी भर के रो लूँ,सुना है कल दर्द की नीलामी में अन्धेरा भी बिकेगा !! Share on: