नज़र का मिलना भी Admin गहरी शायरी, Dard << बारिश के बाद रात आइना सी... कुछ राज हैँ जो हम बता नही... >> नज़र का मिलना भी, तुम शुक्र ही समझोजो मिलाते न नजर, तड़प और गहरी होती..!! Share on: