तुमको छुपा रखा हे इन पलकों मे Admin पलकों की शायरी, Dard << किसी को क्या बताये की कित... तनहा रहना तो सिख लिया >> तुमको छुपा रखा हे इन पलकों मे,पर इनको ये बताना नहीं आया,सोते हुए भीग जाती हे पलके मेरी,पलकों को अब तक दर्द छुपाना नहीं आया Share on: