जरुरी तो नहीं जीने के लिए सहारा हो, Mehdi Abbas Lovely, Dreams Kashti behti hai kinare k... >> जरुरी तो नहीं जीने के लिए सहारा हो,जरुरी तो नहीं हम जिनके हैं वो हमारा हो,कुछ कश्तियाँ डूब भी जाया करती हैं,जरुरी तो नहीं हर कश्ती का किनारा हो। Share on: