हर हसीं काफिरां के माथे पर Admin दीवार शायरी, Love << अगर तुम किसी को दिल की गह... ना चाहो किसी को ऐसे कि >> हर हसीं काफिरां के माथे परअपनी रहमत का ताज रखता हैतू भी परवरदिगार मेरी तरहआशिकाना मिज़ाज रखता है।This is a great काफिर शायरी. True lovers of shayari will love this काफिर पर शायरी. Share on: