यादें अगर आँसू होती तो चली जाती Admin जिंदगी शायरी रेख़्ता, Other << नया कुछ भी नहीं हमदम हद-ए-शहर से निकली तो गाँव... >> यादें अगर आँसू होती तो चली जातीयादें अगर लिखावट होती तो मिट जातीयादें ज़िंदगी में बसा वो लम्हा हैंजो लाख कोशिशों के बाद भी लफ़्ज़ों में नहीं सिमट पाती। Share on: