आरक्षण ने क्या दिया ?हमे बताओ ना,ये इतना जरुरी क्यों है ?समझाओ ना ,तुमने लगाया था इसे विकास के लिए ,स्वाभिमान से जी सको ,इस अधिकार के लिए ,लेकिन तुमने पाया क्या ?दिखाओ ना ,अन्याय हुआ है तेरे साथ ,मैं मानता हूँतुम्हे भी आगे जाने की ललक हैं ,मैं जनता हूँआरक्षण तेरी मांग पूरा कर पाया क्या ?बतलाओ नाआज तुम और गरीब हो गए हो ,आज तेरे बंधुओं ने ही खाई खोदी हैं ,वो लपक लेते है सब कुछ ऊपर से ही ,और तुम खाई से देख भी नहीं पाते ,तेरी भूख मिट पाई क्या ?देश को बताओ ना ,मै बताता हूँ ,नहीं . तेरी भूख नहीं मिटी,उलटे तुझे रोटी देने वाले भी दलिद्र हो गए ,आरक्षणरूपी राक्षस ने सब कुछ लूट लिया ,तुम्हारा भी ,हमारा भीआज सबकुछ भेट चढ़ गया हैं ,धन-देवता के ,तुम्हारा भी ,हमारा भी .लेकिन अब हम क्या करे ?वो आज भी तेरे तावे पर ही रोटी सकते है ,और तेरे कुएं का पानी पीते हैं ,क्या तुम विरोध कर पाओगे ?मेरा हौसला बढाओ ना ,हम साथ लड़ेगे ,इन दानवों सेइन आरक्षण के रखवालो से ,हम जीत जाएगे ,तुम साथ तो आओ ना .