जाने किन रास्तों पर मेरे सपने भटक गएसदियों की तलाश में लम्हें भटक गएऐ रकीब, मेरे दिलबर का ख्याल रखनाअपनी तन्हाई में हम अब खुद में भटक गएमुसीबत में जब-जब मेरी जिंदगी पड़ीजाने किधर मेरे यार और अपने भटक गएएक मैं नहीं हूं, हर दिल है यहां बीमारदेखो तो कितने लोग तेरे गम में भटक गए