![](http://cdn.pagalshayari.com/images/FB/mujhse-n-sahi-poetry-hindi-shayari.jpg)
मुझसे न सही, गैरों से सही, तुम्हें दिल का लगाना आ तो गयादुनिया में किसी के हो तो गए, तुम्हें प्यार निभाना आ तो गयाफूलों के ख्वाब दिखाए मुझे और तूने दे दी बहारें औरों कोमेरी दुनिया रही वीरां ही सही, तुम्हें गुल खिलाना आ तो गयाबैठे हो किसी के पहलू में आंखों में चमकता प्यार लिएमैं खुश हूं अब अपनी दुनिया में, ये वक्त सुहाना आ तो गयाहम भी तो दुनिया ठुकरा कर आए थे तुम्हारी महफिल मेंकुछ तो तुमने हमसे सीखा, तुम्हें दिल ठुकराना आ तो गया