तुझे फुर्सत न मिली पढ़ने की वरना Admin बाइक शायरी हिंदी, Sad << उसकी तलाश में निकलूं भी त... गुलों को छू के शमीम-ए-दुआ... >> तुझे फुर्सत न मिली पढ़ने की वरनाहम तो तेरे शहर में बिकते रहे किताबों की तरह। Share on: