ख़ामोशियों के सिलसिले बढ़ते गए Admin बढ़ते कदम शायरी, Sad << कुछ और भी हैं काम हमें ऐ ... छोड़ दो किस्मत की लकीरों प... >> ख़ामोशियों के सिलसिले बढ़ते गएकारवाँ चलता रहा हम भी चलते गएना उनको ख़बर, ना हमें उनकी फिकरज़िंदगी जिस राह ले चली हम भी चलते गए।This is a great सिलसिले पर शायरी. True lovers of shayari will love this बढ़ते कदम शायरी. Share on: