आज कुछ कमी है तेरे बगैर Admin शायरी वक्त की, Dard << ऐ दिल दिल जब टूटता है तो आवाज़ ... >> आज कुछ कमी है तेरे बगैर ..ना रंग है, ना रौशनी है तेरे बगैर !वक्त अपनी रफ्तार से ही चल रहा है ..बस ये धड़कन थमी है तेरे बगैर !! Share on: