बोझ बन जाऊँगा एक दिन अपने ही दोस्तों पे Admin दोस्तो का शायरी, Dard << इतने बुरे तो न थे जितने इ... तुम मेरे लिए कोई इल्जाम न... >> बोझ बन जाऊँगा एक दिन अपने ही दोस्तों पे...देखना जब कंधे बदल रहे होंगे वो हर दो कदम के बाद..! Share on: