हम तो फूलों की तरह अपनी आदत से बेबस हैं Admin खुशबू हिंदी शायरी, Dard << ज़िन्दगी! तू कोई दरिया है... सुना है मोहब्बत लाजबाब कर... >> हम तो फूलों की तरह अपनी आदत से बेबस हैं...तोडने वाले को भी खुशबू की सजा देते हैं...!!! Share on: