इतने बुरे तो न थे जितने इल्ज़ाम लगाये लोगो ने कुछ मुक़द्दर बुरे थे कुछ आग Admin गाय पर शायरी, Dard << कितने मज़बूर है हम तकदीर ... बोझ बन जाऊँगा एक दिन अपने... >> इतने बुरे तो न थे जितने इल्ज़ाम लगाये लोगो नेकुछ मुक़द्दर बुरे थे कुछ आग लगाई लोगों ने Share on: