कभी-कभी में सोचता हुँ Admin छूने पर शायरी, Dard << ना मिलता गम तो बर्बादी के... जो कभी न मिले उससे ही लग ... >> कभी-कभी में सोचता हुँ, उसकी नजरों के सामने मेरी मौत होऔर मुझे छूने का हक सिर्फ उसे ना हो... Share on: