कितने मज़बूर है हम तकदीर के हाथो Admin हौसला की शायरी, Dard << हो सके तो मुड़ के देख लेना इतने बुरे तो न थे जितने इ... >> कितने मज़बूर है हम तकदीर के हाथो..ना तुम्हे पाने की औकात रखते हैँ, और ना तुम्हे खोने का हौसला.. Share on: