लम्हे तहे इंतेज़ार के अश्कों मेंबह गये एक कार्ब आशना सा होतों पे रह गया तुम से Admin दीवानगी शायरी इन हिंदी, Dard << नमक की तरह हो गयी है जिंद... इंकार सा कर दिया आँसुओ ने... >> लम्हे तहे इंतेज़ार के अश्कों मेंबह गयेएक कार्ब आशना सा होतों पे रह गयातुम से यह हालएदिल दीवानगी मेंकह गयेमतलब वफ़ा का अब तो मतलबही रह गया Share on: