मिलने को तो हज़ारों लोग मिल जाते हैं Admin शायरी बहन की, Dard << बस यही दास्तां-ए-जिंदगी ह... मंजिल चाहे कितनी भी उंची ... >> मिलने को तो हज़ारों लोग मिल जाते हैं...लेकिन हज़ारों गलतियां माफ़ करने वालीबहन दुबारा नहीं मिलती.!!!! Share on: