"बस यही दो मसले Admin Dard << दिल' तो आज भी सस्ते हैं ऐ दिल >> "बस यही दो मसले, ज़िन्दगी भर ना हल हुए!!!ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता....!!" Share on: