तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभालकर Admin Dard << इंकार सा कर दिया आँसुओ ने... मोहोब्बत खुश कैसे होती है >> तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभालकर,वरना मैं अभी दे दूँ, जिस्म से रूह निकालकर...!! Share on: