जब से तुम्हारे नाम की मिश्री होठोँ से लगाई है| श्री कृष्ण पर शायरी, Decent << हम झुकते हैं क्योंकि हमें... अपने हिसाब से जियो। लोगो ... >> जब से तुम्हारे नाम कीमिश्री होठोँ से लगाई है|.....मीठा सा गम है औरमीठी सी तन्हाई है| Share on: