आज फिर उस दिल-नशीं पर आ गया है दिल जहाँ था फिर वहीं पर आ गया है एक शहज़ादे ख़ुदा के आसरे पर कूफ़ियों की सरज़मीं पर आ गया है सर निगूँ जब से किया है तेरे आगे आसमाँ मेरी जबीं पर आ गया है वो जो कल तक हाँ में हाँ करता था मेरी आज तो वो भी नहीं पर आ गया है ख़्वाब में इबलीस ने आ कर बताया आदमी आदम के दीं पर आ गया है तुझ से पहले भी मकाँ ख़ाली नहीं था तू मगर इस के मकीं पर आ गया है मुझ से 'मोमिन' का पता क्या पूछते हो आँख खोलो वो यहीं पर आ गया है