आज के दौर में मोहब्बत क्या किस ने जाना है इस की इज़्ज़त क्या हो सिकंदर या कोई शाह-जहाँ काम आई किसी के दौलत क्या क़द्र माँ की जो कर नहीं सकता जाने क्या होती है ये जन्नत क्या दिल मिरा माँगते हो क्यूँ आख़िर करना है उस की भी तिजारत क्या जिस पे जाएज़ ज़कात है वाइ'ज़ आप के पास है वो दौलत क्या मोल तेरा बता मैं क्या दे दूँ जानता है तो अपनी क़ीमत क्या चैन है अम्न है ख़ुशी है यहाँ है ये दौलत तिरी बदौलत क्या प्यार की आँख ही नहीं 'पंछी' कौन देखेगा दिल की हालत क्या