आज तुझे क्यूँ चुप सी लगी है By Ghazal << ग़ुर्बत का अब मज़ाक़ उड़ा... न काम आई मिरे कुछ मिरी शर... >> आज तुझे क्यूँ चुप सी लगी है कुछ तो बता क्या बात हुई है आज तो जैसे सारी दुनिया हम दोनों को देख रही है तू है और बे-ख़्वाब दरीचे मैं हूँ और सुनसान कली है ख़ैर तुझे तो जाना ही था जान भी तेरे साथ चली है अब तो आँख लगा ले 'नासिर' देख तो कितनी रात गई है Share on: