आप आते तो बात बनती भी आप रुकते तो हाल कहते नाँ आप का हिज्र सह लिया हम ने ये क़यामत जो आप सहते नाँ आप मिलते थे जी रहे थे हम मिलते रहते तो ज़िंदा रहते नाँ मेरे पहलू में चैन मिलता था मेरे पहलू में आप रहते नाँ आप कहते कि लौट आऊँगा आप इक बार तो ये कहते नाँ