आसमान-ए-यास पर खोया सितारा ढूँढना है दिल-ए-आज़ुर्दा को चेहरा तुम्हारा ढूँढना बहर-ए-हस्ती से कहूँ इक पल ज़रा इक पल ठहर एक आहिस्ता क़दम बस है किनारा ढूँढना इस ग़म-ए-दौराँ की तारीकी में ऐ जान-ए-सहर दिल हमारा खो गया है दिल हमारा ढूँढना अजनबी चेहरों के पीछे है छिपी रह आत्मा उन नज़ारों से उधर है इक नज़ारा ढूँढना ऐ शब-ए-ग़म छोड़ दे दामन-सरा है अब मुझे नींद से उठना वो ख़्वाबीदा शरारा ढूँढना रूह पर भारी रहा बार-ए-हयात-ए-शर्मसार कारवाँ में अब न तुम हम को दोबारा ढूँढना राह-ए-नौ पर गामज़न ऐ शहसवार-ए-तेज़-रौ बर्ग-ए-गोर-ए-कोहना में इक इस्तिआरा ढूँढना वो तअ'ल्लुक़ तुझ से है दिल को कि ऐ मर्ग-ए-अज़ीज़ राह में आँखें बिछा तेरा इशारा ढूँढना