अब मुझ से उदासी तिरी देखी नहीं जाती ये दर्द-शनासी तिरी देखी नहीं जाती खिलते हुए फूलों की तरह तेरी हँसी है सूरत ये ख़फ़ा सी तिरी देखी नहीं जाती इख़्लास के जज़्बों से सजा रिश्ता हमारा तकलीफ़ ज़रा सी तिरी देखी नहीं जाती लगता है कि वीरान सी हर चीज़ हुई है बदली ये उदासी तिरी देखी नहीं जाती पूरे हों तिरे ख़्वाब मिरे दिल की दुआ है उम्मीद ये प्यासी तिरी देखी नहीं जाती