ऐसा होगा वैसा होगा क्या जानूँ मैं कैसा होगा मेरे सामने बैठ के रो ले मेरा ग़म भी हल्का होगा तू जो हँसना भूल गया है तेरा दिल भी टूटा होगा हम दोनों में रिश्ता क्या है जग में उस का चर्चा होगा तू परदेसी तू क्या जाने मैं ने क्या क्या सोचा होगा वो है मैं हूँ तन्हाई है कौन भला यूँ तन्हा होगा