अजब सी बद-हवासी छा रही है मिरे दिल से उदासी जा रही है मिरे अंदर कोई नाराज़ लड़की मिरी हर पेश-कश ठुकरा रही है मुझे क्या ज़िंदगी से लेना देना मुझे क्यूँ ज़िंदगी उलझा रही है मिरे एहसास भी वापस कर इन में मिरे ख़त जो मुझे लौटा रही है तिरे जाने से ऐ जान-ए-तमन्ना तमन्ना की तमन्ना जा रही है