बहारो मेरा जीवन भी सँवारो कोई आए कहीं से यूँ पुकारो तुम्हीं से दिल ने सीखा है तड़पना तुम्हीं को दोश दूँगी ऐ नज़ारो सजाओ कोई कजरा लाओ गजरा लचकती डालियो तुम फूल वारो रचाओ मेरे इन हाथों में मेहंदी सजाओ माँग मेरी या सिधारो न जाने किस का साया दिल से गुज़रा ज़रा आवाज़ देना राज़दारो