बे-ख़याली में तिरा इम्कान रहने के लिए मुफ़्लिसी में आ गया मेहमान रहने के लिए आप के अरमाँ को दिल से खींच कर बाहर किया अब कहाँ जाएँगे ये शैतान रहने के लिए शहर के हालात से दो-चार हो कर आ गए डाकुओं के बीच अब दरबान रहने के लिए दिन दहाड़े ख़्वाब क्यूँ पलकों पे मरने आ गया ये जगह हरगिज़ नहीं आसान रहने के लिए इतने बरसों बाद फिर क्यूँ आज ऐसा लग रहा आ गए कमरे में दो अंजान रहने के लिए इश्क़ में आँगन दरीचे ढूँढना मत 'शाज़िया' आ गई है जेल में नादान रहने के लिए