भले ही देर से तुम से किया इज़हार शहज़ादी मगर बचपन से करते हैं तुम्हीं से प्यार शहज़ादी कहानी में कहानी-कार ने सौ रंग डाले हैं मगर इस में है सब से क़ीमती किरदार शहज़ादी नहीं आता तुम्हारा अब कोई मैसेज कि कैसे हो कहाँ इतनी बिज़ी रहने लगी हो यार शहज़ादी मिरी तस्वीर को तुम चूमती हो बे-ख़याली में नज़र आने लगे हैं 'इश्क़ के आसार शहज़ादी तिरी साँसों की लय में जब तलक शामिल मिरी लय है तुम्हारा कौन हो सकता है दा'वेदार शहज़ादी