भीक ले कर ही अगर दान किया जाएगा अपनी ही ज़ात का नुक़सान किया जाएगा आप ने फ़िक्र की भरपूर हिमायत की है आप को साहिब-ए-ईमान किया जाएगा आप क्यूँ सच के तहफ़्फ़ुज़ में खड़े हैं अब तक आप को रोज़ परेशाँ किया जाएगा हिज्र के ज़ख़्म तो रुस्वा ही करेंगे मुझ को और फिर चाक गरेबान किया जाएगा अपनी आँखों में बसा कर के तिरा अक्स-ए-जमील मुद्दतों तक तुझे मेहमान किया जाएगा इस सबब से कभी नज़रें न मिला पाए तो तुझ पे ये सोच के एहसान किया जाएगा काम मुश्किल है भरोसा है मगर 'राही' को उस के इंसान को इंसान किया जाएगा