चली है ये कैसी हवा ख़ूबसूरत कि दिल का ये मौसम हुआ ख़ूबसूरत ये दुनिया बनाई है क्या ख़ूबसूरत कि ख़ुद होगा कितना ख़ुदा ख़ूबसूरत घड़ी दो घड़ी ही जला है दिया हाँ लेकिन जला है दिया ख़ूबसूरत कहानी मोहब्बत की कुछ भी नहीं बनाती है इस को वफ़ा ख़ूबसूरत किस की तरफ़ ये नज़र उठ गई ये किस का है चेहरा नया ख़ूबसूरत वो आएँ तो बीमार अच्छा भी हो मरज़ ख़ूबसूरत दवा ख़ूबसूरत पड़ी जो नज़र चाँद पर दफ़अ'तन मिरे लब पे आई दुआ ख़ूबसूरत