क़फ़स को तोड़ के ताज़ा हवा में साँस लिया वजूद छोड़ के ताज़ा हवा में साँस लिया धुएँ के शहर में बारिश का शुक्र वाजिब था सो हाथ जोड़ के ताज़ा हवा में साँस लिया फ़ज़ा की दूसरी जानिब था बाग़ फूलों का महार मोड़ के ताज़ा हवा में साँस लिया थे इक ग़ुब्बारा-नुमा आसमाँ की क़ैद में हम ग़ुब्बारा फोड़ के ताज़ा हवा में साँस लिया सफ़र की धूल से 'आकाश' अट चुका था ख़ला ज़मीं निचोड़ के ताज़ा हवा में साँस लिया