दरपय-ए-उम्र-ए-रफ़्ता हूँ यारब हर-दम अज़-ख़ुद गुज़िश्ता हूँ यारब क्या हूँ मक़्बूल-ए-तब्-ए-अहल-ए-सुख़न एक मज़मून-ए-बस्ता हूँ यारब क्या दिखाऊँ मैं अपने जौहर आह शक्ल-ए-तेग़-ए-शिकस्ता हूँ यारब अपनी कम-फ़ुर्सती कहूँ क्या आह! आह अज़-सीना जस्ता हूँ यारब पानी पानी हूँ जिस को देख जहीम सोज़-ए-ग़म से वो तफ़्ता हूँ यारब देखो क्या हो कि वाँ है नाज़-ए-ग़ुरूर मैं ये अहवाल-ए-ख़स्ता हूँ यारब