दिल का सारा दर्द भरा तस्वीरों में एक मुसव्विर नक़्श हुआ तस्वीरों में चंद लकीरें तो इस दर्जा गहरी थीं देखने वाला डूब गया तस्वीरों में एक अजब सा जादू बिखरा रंगों का सब को अपना अक्स दिखा तस्वीरों में एक पुराने ज़ख़्म के टाँके टूट गए एक पुराना दर्द मिला तस्वीरों में भूली-बिसरी यादों के मंज़र चमके माज़ी का इक बाब खुला तस्वीरों में हर चेहरे के पीछे सौ चेहरे उभरे सब का पर्दा फ़ाश हुआ तस्वीरों में वक़्त कहाँ मुट्ठी में आने वाला था लेकिन हम ने बाँध लिया तस्वीरों में बात ज़बाँ पर लाने की पाबंदी थी हम ने सब कुछ दर्ज किया तस्वीरों में देख सकेगा कौन बनाने वाले को सब का सारा ध्यान लगा तस्वीरों में