दिल रश्क-ए-आफ़्ताब नज़र आ रहा है आज बिल्कुल तिरा जवाब नज़र आ रहा है आज ख़ुद हुस्न बे-नक़ाब नज़र आ रहा है आज कितना हसीन ख़्वाब नज़र आ रहा है आज मेरी निगाह-ए-शौक़ की तासीर देखिए जलवों में इज़्तिराब नज़र आ रहा है आज हर-हर नफ़स पे एक क़यामत गुज़र गई दिल फिर भी महव-ए-ख़्वाब नज़र आ रहा है आज 'मख़मूर' किस ने देख लिया चश्म-ए-मस्त से दिल बे-ख़ुद-ओ-ख़राब नज़र आ रहा है आज