दूर हुआ इबहाम कहानी ख़त्म हुई आ पहुँचा अंजाम कहानी ख़त्म हुई शहज़ादा शहज़ादी रस्ता भूल गए राह में हो गई शाम कहानी ख़त्म हुई मत छेड़ो वो साज़-ए-तअल्लुक़ ख़त्म हुआ मत लो उस का नाम कहानी ख़त्म हुई किस की ख़ातिर अब तू धड़कता रहता है ऐ दिल कर आराम कहानी ख़त्म हुई सुनने वाले बस थोड़ा सा सब्र करें क़िस्सा हुआ तमाम कहानी ख़त्म हुई गुज़री उम्र की बातों को दोहराना क्या अब ख़्वाहिश है ख़ाम कहानी ख़त्म हुई याद नहीं है बिछड़े वो किरदार कहाँ याद नहीं किस गाम कहानी ख़त्म हुई 'शबनम' आओ नया सफ़र आग़ाज़ करें याँ अपना क्या काम कहानी ख़त्म हुई