फ़ित्ना-गर शोख़ी-ए-हया कब तक देखना और न देखना कब तक बुत-कदा कुछ दर-ए-क़ुबूल नहीं यास-ए-नाकामी-ए-दुआ कब तक दर्द और दर्द भी जुदाई का ऐसे बीमार की दुआ कब तक एक मैं क्या अदू भी मरते हैं निगह-ए-लुत्फ़-आश्ना कब तक दिल में जोश-ए-हदीस-ए-कुफ़्र 'ज़हीर' लब पे शोर-ए-ख़ुदा-ख़ुदा कब तक