फूल ख़ुश्बू चाँद जुगनू और सितारे आ गए आप क्या आए ख़ुशी के इस्तिआ'रे आ गए यास के गहरे समुंदर से निकलना था मुहाल आप ने चाहा उमीदों के किनारे आ गए अपनी सारी नेकियाँ उन के हवाले हो गईं उन के सब इल्ज़ाम लेकिन सर हमारे आ गए बंद अपना दर किया जब इक अमीर-ए-शहर ने मेरी ख़ातिर मेरे मौला के सहारे आ गए टेलीविज़न देख कर होने लगे बच्चे जवान सातवीं में उन को भी बालिग़ इशारे आ गए भर गई हैं झोलियाँ दिल की मुरादों से 'मुनीर' उन के दर पे जब कभी दामन पसारे आ गए