पहले झूटा-सच्चा वा'दा कर लेगी फिर दुनिया चाहत का सौदा कर लेगी उस के बिछुए पैरों में जब पहनूँगी मेरी पायल तुम से झगड़ा कर लेगी ज़िक्र हमारा महफ़िल में करके देखो वो महफ़िल से ख़ुद को तन्हा कर लेगी जन्नत का पट धीरे धीरे खुलता है पहले तो शर्मा कर पर्दा कर लेगी