है ग़लत गर इश्क़ है यारी का नाम आशिक़ी है दिल की बीमारी का नाम उन को भी मुझ से मोहब्बत है बहुत गर मोहब्बत है दिल-आज़ारी का नाम बच के चलना इस पयम्बर-गाह में शैख़ है इबलीस-ए-बाज़ारी का नाम हम को जिस हर-दिल-अज़ीज़ी पर था नाज़ था हमारी ही सुबुक-सारी का नाम दूर ही 'नायाब' यारों से रहो आज-कल यारी है अय्यारी का नाम