हवा से दूर अगर रहा करती गर्द इतनी नहीं उड़ा करती उस का कोई ख़ुदा नहीं होता अना सज्दा नहीं किया करती इक तमाशा दिखाना पड़ता है ताली यूँही नहीं बजा करती थमा देती है हाथ में प्याला प्यास पानी नहीं पिया करती करने आते हैं सारे काम मुझे मुझे फ़ुर्सत नहीं मिला करती हवा को होते हैं ज़रूरी काम रास्ते में नहीं रुका करती दिन जो निकला तो बुझ गए तारे रौशनी रौशनी का क्या करती घर को जन्नत बनाना पड़ता है घर में जन्नत नहीं मिला करती दिन ही कुछ देर से निकलता है रात लम्बी नहीं हुआ करती