हुस्न की बर्क़-बारियाँ तौबा इश्क़ पर ताज़ा-कारियाँ तौबा दिल लगाते ही होश खो बैठे शौक़ की बे-क़रारियाँ तौबा आख़िरश दिल को ख़ाक कर डाला आह की शोला-बारियाँ तौबा ग़ैर रब्त हम से बे-रब्ती यार की ऐसी यारियाँ तौबा चश्म-ए-तर अब तो ज़ब्त-ए-गिर्या कर यूँ भी क्या अश्क-बारियाँ तौबा हम रहें शौक़-ए-दीद में कब तक दिल की उम्मीदवारियाँ तौबा अर्सा-ए-हिज्र-ए-यार में 'इरफ़ाँ' दर्द की ग़म-गुसारियाँ तौबा