हुज़ूर पहले नज़ारे बनाए जाते हैं फिर उस के बा'द नज़रिये बनाए जाते हैं हमें ख़बर है कि लहरें उजाड़ देंगी इन्हें हम अपनी ज़िद में घरौंदे बनाए जाते हैं यही सबब है कि मैं तीरगी का क़ाइल हूँ मैं जानता हूँ उजाले बनाए जाते हैं बना रहा है जो कश्ती उसे नहीं मालूम सफ़र से पहले इरादे बनाए जाते हैं मैं सोचते हुए पहुँचा हूँ उस जगह कि जहाँ तसव्वुरात के साँचे बनाए जाते हैं दरख़्त छाँव मुसाफ़िर सफ़र थकन मंज़िल तरह तरह के मुअम्मे बनाए जाते हैं